भारत का संविधान

"हम भारतवासी,गंभीरतापूर्वक यह निश्चय करके कि भारत को सार्वभौमिक,लोकतांत्रिक गणतंत्र बनाना है तथा अपने नागरिकों के लिए------- न्याय--सामाजिक,आर्थिक,तथा राजनैतिक ; स्वतन्त्रता--विचार,अभिव्यक्ति,विश्वास,आस्था,पूजा पद्दति अपनाने की; समानता--स्थिति व अवसर की व इसको सबमें बढ़ाने की; बंधुत्व--व्यक्ति की गरिमा एवं देश की एकता का आश्वासन देने वाला ; सुरक्षित करने के उद्देश्य से आज २६ नवम्बर १९४९ को संविधान-सभा में,इस संविधान को अंगीकृत ,पारित तथा स्वयम को प्रदत्त करते हैं ।"

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मुझको बड़ा ही प्यारा है ये दिल !!

सोमवार, 3 नवंबर 2008

मुझको बड़ा ही प्यारा है ये दिल !!
अक्सर बड़े सवाल करता है ये दिल ....
अक्सर ही मुझसे रूठ जाता है ये दिल !!
पहना हुआ है मैंनें इसपे तो ख़ुद को....
अक्सर मुझे उघाड़ जाता है ये दिल !!
तनहा भी रहना चाहूँ तनहा होने न दे...
अक्सर मुझपे सवार हो जाता है ये दिल !!
करता हूँ जब भी मैं बुद्धि भरी जो बातें....
अक्सर जा के दूर बैठ जाता है ये दिल !!
शरमाया-शरमाया रहता तब मुझसे है....
अक्सर किसी पे जब आता है ये दिल !!
प्यार बहुत ही करता हूँ हाय इससे मैं ....
मुझको बड़ा ही प्यारा "गाफिल" है ये दिल !!
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