भारत का संविधान

"हम भारतवासी,गंभीरतापूर्वक यह निश्चय करके कि भारत को सार्वभौमिक,लोकतांत्रिक गणतंत्र बनाना है तथा अपने नागरिकों के लिए------- न्याय--सामाजिक,आर्थिक,तथा राजनैतिक ; स्वतन्त्रता--विचार,अभिव्यक्ति,विश्वास,आस्था,पूजा पद्दति अपनाने की; समानता--स्थिति व अवसर की व इसको सबमें बढ़ाने की; बंधुत्व--व्यक्ति की गरिमा एवं देश की एकता का आश्वासन देने वाला ; सुरक्षित करने के उद्देश्य से आज २६ नवम्बर १९४९ को संविधान-सभा में,इस संविधान को अंगीकृत ,पारित तथा स्वयम को प्रदत्त करते हैं ।"

Visitors

उम्र कितनी तेजी से ढल रही है.....!!

सोमवार, 12 जनवरी 2009


कौन सी आग मिरे दिल में जल रही है

ये कैसी तमन्ना बार-बार मचल रही है !!

ये कैसी मिरे रब की मसीहाई है हाय-हाय

धुप सर पे और पा पे छाया चल रही है !!

आ-आके कानों में जाने क्या-क्या कहती है

ये कौन-सी शै मिरे साथ-साथ चल रही है !!

कभी थीं खुशियाँ और आज कितने गम हैं

जिंदगी पल-पल कितने रंग बदल रही है !!

इस जिंदगी को क्या तो मैं मायने दूँ उफ़

उम्र कितनी तेजी से "गाफिल" ढल रही है !!
Share this article on :

कोई टिप्पणी नहीं:

 
© Copyright 2010-2011 बात पुरानी है !! All Rights Reserved.
Template Design by Sakshatkar.com | Published by Sakshatkartv.com | Powered by Sakshatkar.com.