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आसमान का रंग....!!
बुधवार, 10 दिसंबर 2008
अभी-अभी http://anjalianamika.blogspot.com/2008/11/blog-post_24.हटमल के ब्लॉग सफर पे एक पोस्ट देखी...जिसका सिर्फ़ शीर्षक था "आसमानी रंग" पोस्ट नहीं थी कोई.....मैंने आव ना देखा ताव...झटपट ये पोस्ट लिख डाली....अब साथी ही बताएँगे कि दिए गए शीर्षक के साथ यह चटपटी-सी पोस्ट कैसी है.....!!
हे भगवान आसमान का रंग भी नहीं जानते ..........नीला.........और क्या......!!
आसमान का रंग है नीला....
पानी की तरह है ये गीला !!
तारों की रंगत से तो ये हो...
जाता है और भी भड़कीला!!
सूरज की गर्मी से बिचारा
रहता है अक्सर पथरीला !!
आकाश-गंगाएं भी तो इसको
बनाती रहती हैं रंगीला !!
धरती का गरल पी-पी कर
शिव की तरह है ये नीला..!!
ऐ भूतनाथ तुझे क्या गरज
कि आसमां नीला हो या पीला !!
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7 टिप्पणियां:
vaah kyaa rang dikhayee hain
हाहाहा ! मुझे तो ये पंक्तियॉ बहुत पसन्द आईं …
ऐ भूतनाथ तुझे क्या गरज
कि आसमां नीला हो या पीला !!
बहुत बढिया लिखा है ।
घुघूती बासूती
ऐ भूतनाथ तुझे क्या गरज
कि आसमां नीला हो या पीला !!
"interesting.."
ऐ भूतनाथ
तुझे क्या गरज
कि आसमां नीला हो या पीला !!
क्या बात है!!
बहुत बढिया लिखा है।
BHIYA BHOOTNATH JI,
Asman peela ho,neela ho ya gusse se lal ho jaya,isase ap yni{bhooton}ko kya fark padega?
pareshn to ham dhartee vale honge.Achchhee rachna ke liye badhai.
अच्छी कविता रच दी आपने गजब के रंग दिखाए ढंग से
आप सबके इतने प्रेम से भूतनाथ इतना अभिभूत हुआ जा रहा है...कि वापस धरती पर आना चाहता है...मेरी गुजरी हुई दुनिया के दोस्तों आप-सबको भूतनाथ का सलाम....और हाँ प्यार भी तो....सच.....!!
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