भारत का संविधान

"हम भारतवासी,गंभीरतापूर्वक यह निश्चय करके कि भारत को सार्वभौमिक,लोकतांत्रिक गणतंत्र बनाना है तथा अपने नागरिकों के लिए------- न्याय--सामाजिक,आर्थिक,तथा राजनैतिक ; स्वतन्त्रता--विचार,अभिव्यक्ति,विश्वास,आस्था,पूजा पद्दति अपनाने की; समानता--स्थिति व अवसर की व इसको सबमें बढ़ाने की; बंधुत्व--व्यक्ति की गरिमा एवं देश की एकता का आश्वासन देने वाला ; सुरक्षित करने के उद्देश्य से आज २६ नवम्बर १९४९ को संविधान-सभा में,इस संविधान को अंगीकृत ,पारित तथा स्वयम को प्रदत्त करते हैं ।"

Visitors

गुरुवार, 26 जनवरी 2012

आज दिल बड़ा कुटुर-कुटुर कर रहा है !!

मैं भूत बोल रहा हूँ..........!! "आज बड़ा बेचैन है यार तू,क्या बात है ?" "आज दिल बड़ा कुटुर-कुटुर कर रहा है यार !" "कुटुर-कुटुर ?अबे ये क्या बला है ?" "कुटुर-कुटुर माने वही,जो तुने अभी-अभी कहा,बेचैन !" "तो सीधा-सीधा बोला कर ना,यूँ ऊट-पटांग क्या बकता रहता है ?" "यार,कल से जो अपना गणतंत्र-दिवस पार हुआ ना,तब से ही मेरा दिल बड़ा ऐसा-वैसा-सा हो...
Pages (26)1234567 Next
 
© Copyright 2010-2011 बात पुरानी है !! All Rights Reserved.
Template Design by Sakshatkar.com | Published by Sakshatkartv.com | Powered by Sakshatkar.com.